ज्ञान की बातें हिंदी में gyan ki bate-gyan ki baatein bataye hindi me
जब व्यक्ति के पास पैसा होता है
तो वह भूल जाता है की वह कौन है।
लेकिन जब उसके पास पैसा नहीं होता है
तो दुनिया भूल जाती है की वह कौन है।
इस तरह न कमाओ की पाप हो जाए।
इस तरह न खर्च करी की कर्ज हो जाए।
इस तरह न खाओ की मर्ज हो जाए।
इस तरह न बोलो की लड़ाई हो जाए।
इस तरह न चलो की देर हो जाए।
इस तरह न सोचो की चिंता हो जाए।
कभी कभी ऐसा लगता है की अच्छाई का जमाना ही नहीं रहा हम कितना भी अच्छा ब्यवहार करते है दुसरो के साथ लेकिन दूसरे लोग हमारे साथ अच्छा व्यव्हार नहीं करते है।
सब के साथ भलाई करके भी हमें दुःख मिलता है और जो लोग दुसरो के साथ बुराई करते है बुरा काम करते है वह लोग अपनी जिंदगी में खुश है अच्छे लोगो का तो जमाना ही नहीं है।
आप अपनी जिंदगी में किस तरह के लोगो को अपने पास रखना चाहते हो जो हमारे साथ अच्छाई करते है या फिर जो हमारे साथ बुराई करते है। आप किन लोगो की प्यार करोगे जो आपके साथ अच्छा व्यवहार करते है या फिर वो लोग जो आपके साथ बुरा व्यवहार करते है।
हर व्यक्ति अच्छे इंसान की तलाश में है कभी कभी लगता है की सब गलत हो रहा है जो बुरे लोग है वह अच्छी जिंदगी जी रहे है और जो अच्छे लोग है उनकी जिंदगी में कितना कस्ट है कितना दर्द है।
एक छोटी सी कहानी -
एक बूढी औरत थी उसकी तीन बेटिया थी वह बहुत कस्ट सहकर अपनी बेटियों को पालती थी इन तीनो बेटियों की उम्र 2-3 और 5 साल की।
यह सब देखकर देवश्री नारद को बहुत दुःख हुआ और उस बूढ़ी औरत पर गर्व भी हुआ कि इस बृद्ध अवस्था में भी यह औरत कितना कस्ट भोग रही है कितना काम करती है बच्चो को पालने के लिए।
कुछ दिनों बाद देवश्री नारद फिर उसी रास्ते से गुजरे तब उन्होंने देखा की वह बूढी औरत मर जाती है। यह देखकर उनको भगवान पर उन्हें बड़ा गुस्सा आया वे बोले की भगवान् दुनिया को चलाना जानते ही नहीं है जिन लोगो की कोई जरुरत नहीं वे कितना जीते है। आ
प पढ़ रहे है ज्ञान की बातें हिंदी में।
इन तीन छोटी कन्याओं को उसके सिवा कोई था भी नहीं भगवान् ने उसे ही मार दिया अब ये तीनो अनाथ हो गई एक ही साहरा था उनका उसे भी छीन लिया देवश्री नारद बहुत गुस्से में भगवान् के पास गए और बोले आपको दुनिया चलाना नहीं आता है सब कुछ उल्टा चल रहा है तीन छोटी बच्चिया अब अनाथ हो गई है.
एक ही सहारा था उनका आपने उसे ही उनसे छीन लिया अब उन तीन बच्चियों का क्या होगा। आपको दुनिया चलना नाही आता है.
आप अपनी मन मर्जी से अपना काम करते है धरती में जाओ उनकी जिंदगी देखो कैसे वह जी रहे है तब आपको पता चलेगा उन पर क्या गुजरती है।
भगवान् बोले नारद मुझे कुछ भी बोलने से पहले आप एक बार फिर उनके पास जाओ और देखो देवश्री नारद बहुत गुस्से में थे वह उनकी बात मानकर धरती पे आये और उन्होंने देखा वहाँ पर कन्याएँ थी ही नहीं देवश्री नारद को बहुत दुःख हुआ की उनके साथ क्या हो गया कहा है सभी उन्हें और गुस्सा आने लगा। gyan ki baatein bataye hindi me
फिर उन्होंने पड़ोसियों से पूछा की यहाँ पर जो कन्याये थी वह कहा है तब उस पडोसी ने कहा उनकी माँ की मौत हो चुकी थी और वह सभी बच्चिया रो रही थी अपनी माँ को याद करके।
तभी उसी समय एक राजकुमारी यहाँ से गुजरी और उन तीनो बच्चियों को रोता देखकर उसे दया आ गई और उस राजकुमारी ने तीनो बच्चियों को गोद ले लिया अब वह तीनो बच्चियों रानियाँ बन गई है।
जब नारद को यह बात पता चली तब उन्हें समझ में आया और उन्हें भगवान् पर गर्व हुआ।
कई बार जो चीज हमें गलत दिखती है उसके पीछे भी कोई कारण होता है हमें लगता है की ऐसा हमारे साथ इतना अच्छा चलने के बाद भी हमें ही दुःख क्यों मिलता है - जरूर भगवान् ने आपके लिए कुछ अच्छा सोच रखा होगा।
एक बूढी औरत थी उसकी तीन बेटिया थी वह बहुत कस्ट सहकर अपनी बेटियों को पालती थी इन तीनो बेटियों की उम्र 2-3 और 5 साल की।
यह सब देखकर देवश्री नारद को बहुत दुःख हुआ और उस बूढ़ी औरत पर गर्व भी हुआ कि इस बृद्ध अवस्था में भी यह औरत कितना कस्ट भोग रही है कितना काम करती है बच्चो को पालने के लिए।
कुछ दिनों बाद देवश्री नारद फिर उसी रास्ते से गुजरे तब उन्होंने देखा की वह बूढी औरत मर जाती है। यह देखकर उनको भगवान पर उन्हें बड़ा गुस्सा आया वे बोले की भगवान् दुनिया को चलाना जानते ही नहीं है जिन लोगो की कोई जरुरत नहीं वे कितना जीते है। आ
प पढ़ रहे है ज्ञान की बातें हिंदी में।
इन तीन छोटी कन्याओं को उसके सिवा कोई था भी नहीं भगवान् ने उसे ही मार दिया अब ये तीनो अनाथ हो गई एक ही साहरा था उनका उसे भी छीन लिया देवश्री नारद बहुत गुस्से में भगवान् के पास गए और बोले आपको दुनिया चलाना नहीं आता है सब कुछ उल्टा चल रहा है तीन छोटी बच्चिया अब अनाथ हो गई है.
एक ही सहारा था उनका आपने उसे ही उनसे छीन लिया अब उन तीन बच्चियों का क्या होगा। आपको दुनिया चलना नाही आता है.
आप अपनी मन मर्जी से अपना काम करते है धरती में जाओ उनकी जिंदगी देखो कैसे वह जी रहे है तब आपको पता चलेगा उन पर क्या गुजरती है।
भगवान् बोले नारद मुझे कुछ भी बोलने से पहले आप एक बार फिर उनके पास जाओ और देखो देवश्री नारद बहुत गुस्से में थे वह उनकी बात मानकर धरती पे आये और उन्होंने देखा वहाँ पर कन्याएँ थी ही नहीं देवश्री नारद को बहुत दुःख हुआ की उनके साथ क्या हो गया कहा है सभी उन्हें और गुस्सा आने लगा। gyan ki baatein bataye hindi me
फिर उन्होंने पड़ोसियों से पूछा की यहाँ पर जो कन्याये थी वह कहा है तब उस पडोसी ने कहा उनकी माँ की मौत हो चुकी थी और वह सभी बच्चिया रो रही थी अपनी माँ को याद करके।
तभी उसी समय एक राजकुमारी यहाँ से गुजरी और उन तीनो बच्चियों को रोता देखकर उसे दया आ गई और उस राजकुमारी ने तीनो बच्चियों को गोद ले लिया अब वह तीनो बच्चियों रानियाँ बन गई है।
जब नारद को यह बात पता चली तब उन्हें समझ में आया और उन्हें भगवान् पर गर्व हुआ।
कई बार जो चीज हमें गलत दिखती है उसके पीछे भी कोई कारण होता है हमें लगता है की ऐसा हमारे साथ इतना अच्छा चलने के बाद भी हमें ही दुःख क्यों मिलता है - जरूर भगवान् ने आपके लिए कुछ अच्छा सोच रखा होगा।
''अपनी तक़दीर खुद ही लिखनी होगी''
ये कोई चिट्टी नहीं जो दुसरो से लिखवा लोगे !
-
''जब इंसान की जरुरत बदल जाती है''
तो उसका आपसे बात करने का तरीका बदल जाता है !
No comments:
Post a Comment