9 नवंबर 2025 को भारत में सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है।
24 कैरेट सोने का भाव लगभग 1,22,170 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास है जबकि 22 कैरेट सोना 1,12,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब ट्रेड कर रहा है।
इस महीने की शुरुआत से सोना लगभग 1160 रुपये सस्ता हुआ है, जिसका कारण अमेरिकी डॉलर की मजबूती और फेडरल रिजर्व की नीतियां बताई जा रही हैं।
चांदी की कीमत लगभग 1,52,500 रुपये प्रति किलो है। विशेषज्ञों का मानना है कि नवंबर के मध्य से दिसंबर के बीच सोने की कीमतों में थोड़ी रिकवरी हो सकती है लेकिन फिलहाल बाजार में मांग कमजोर है।
दशा त्योहारी सीजन की मांग के बावजूद थोड़ी नीची बनी हुई है क्योंकि निवेशक अन्य सुरक्षित विकल्पों की ओर बढ़े हैं। यह भाव 9 नवंबर को शनिवार और रविवार के लिए मान्य रहेगा क्योंकि बाजार बंद रहेगा.
सोने की कीमतों में गिरावट के कारण क्या हैं
सोने की कीमतों में गिरावट के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
1. मजबूत अमेरिकी डॉलर: जब अमेरिकी डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमतें गिरती हैं क्योंकि अन्य देशों के निवेशकों के लिए सोना महंगा हो जाता है। 9 नवंबर 2025 तक डॉलर सूचकांक में तेजी देखी गई है, जिससे सोने की कीमतों पर दबाव पड़ा है।
2. फेडरल रिजर्व की नीति: अमेरिकी फेडरल रिजर्व की "वेट एंड वॉच" नीति और उच्च ब्याज दर बनने की संभावना के कारण सोने जैसी गैर-ब्याज देने वाली संपत्ति की मांग कमजोर हो रही है। इससे निवेशक सोने से दूर हो रहे हैं।
3. वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक अनिश्चितताएं: अमेरिका में सरकारी विभागों के लंबे समय तक बंद रहने (शटडाउन) और आर्थिक डेटा रिलीज़ में देरी जैसे कारण बाजार में अनिश्चितता बढ़ाते हैं, जो सोने की कीमतों को प्रभावित करते हैं।
4. तकनीकी कारण और लाभ लेने की प्रक्रिया: अक्टूबर 2025 में सोने की तेजी के बाद निवेशक अपना मुनाफा सुरक्षित करने के लिए बेचने लगे हैं, जिससे कीमतों में गिरावट आई।
5. सोने की वैश्विक मांग में कमी: इसके कारण कीमतें गिर रही हैं, खासकर निवेश में कमी के चलते।
विशेषज्ञों के अनुसार यह गिरावट तकनीकी सुधार (correction) है, फंडामेंटल कमजोरी नहीं, और अगले कुछ समय में सोने की कीमतों में सुधार हो सकता है।
ये कारण मिलकर 9 नवंबर 2025 को सोने की कीमतों में गिरावट के लिए जिम्मेदार हैं.

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