statue of unity in hindi - information cost height - जानकारी लागत और ऊंचाई kaha hai
स्टैचू ऑफ यूनिटी - statue of unity -:
इंसान ने बहुत से statue बनाये है कुछ statue लोगो ने किसी बड़े एतिहाशिक पल या फिर इतिहास के किसी बड़े जाने माने आदमी को दर्शाने के लिए तो कुछ statue लोगो ने धार्मिक उद्देश्य (religious purpose) के लिए बनाये है और यह काफी बड़े बने होते है और यह Tourist को अपनी ओर आकर्षित भी करते है और ये statue जहा बने हुए होते है उस जगह की पहचान भी बन जाते है।
जैसे Statue of Liberty जो की काफी famous statue है जो की अमेरिका के New York शहर में बना हुआ है। और यह statue New York City शहर की पहचान भी बन चुका है।
जैसे Statue of Liberty जो की काफी famous statue है जो की अमेरिका के New York शहर में बना हुआ है। और यह statue New York City शहर की पहचान भी बन चुका है।
दुनिया का सबसे ऊँचा statue india में बनकर तैयार हो चुका है। यह statue india के पहले उपप्रधान मंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल जी का बनाया गया है।
दुनिया की सबसे ऊँची मूर्ति हम बात कर रहे है statue of unity की गुजरात के सरदार सरोवर बांध के दक्षिण में स्थित नर्मदा जिले के केवड़िया में साधु आइलैंड में स्थित है 182 मीटर ऊँची इसका अनावरण (उद्घाटन) 31 अक्टूबर 2018 को भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने इस मूर्ति का उद्घाटन सरदार पटेल के जन्मदिन के मौके पर किया गया है।
सरदार बल्लभ भाई पटेल National Integration trust वो संस्था है जिसने इस विशाल मूर्ति का निर्माण किया है। इस मूर्ति की engineering से जुड़े कुछ बाते आपको हैरान कर सकती है। यह मूर्ति अमेरिका में बनी सबसे जानी मानी मूरत statue of liberty से दो गुना ऊँची है।
इस मूर्ति की बनावट से जुडी कुछ खास बाते -
यह मूर्ति 182 मीटर ऊँची है आधार सहित बात करे तो इसकी कुल उचाई है 240 मीटर है। इस statue को बनाने में 2063 करोड़ का खर्च आया है। 31 अक्टूबर साल 2013 में इसे शुरु किया गया था।
इस मूर्ति को बनाने का काम दो भागो में बाटा गया था इसमें से पहला भाग नीव रखा जाना था और दूसरे भाग में मूर्ति बनाना था। सबसे पहले नीव को बनाया गाया और मूर्ति का आधा भाग खड़ा किया गया इस बीच एक core वाल बनाई गई इसके साथ मूर्ति के अन्दर एक हॉल भी बनाया गाया है जिसमे एक बार में 200 लोग समा सकते है। 2067 करोड़ रुपये खर्च करके बनाई गई इस मूर्ति का वजन 67 हजार मीट्रिक टन है।
सरदार सरोवर बांध करीब होने की वजह से नीव खोदने के समय काफी सावधानी का ध्यान रखना पड़ा इस वजह से damage control ब्लास्ट किया गाया। इस statue की नीव को 45 मीटर गहराई पर रखा गाया है इसके आलावा नदी से बचाव के लिए भी उपाय किये गए है ताकि पानी का बहाव इसे अपने साथ बहा न ले जाए।
किसी भी ऊँची इमारत को बनाते समय हवा के दवाब को ध्यान में रखना बहुत जरुरी होता हैक्योकि हवा का बहाव किसी भी चीज को उखाड़ सकता है। इस statue को बनाते समय यह ध्यान में रखा गया है की यह हवा का तेज बहाव बर्दास्त कर सके।
किसी भी ऊँची इमारत को बनाते समय हवा के दवाब को ध्यान में रखना बहुत जरुरी होता हैक्योकि हवा का बहाव किसी भी चीज को उखाड़ सकता है। इस statue को बनाते समय यह ध्यान में रखा गया है की यह हवा का तेज बहाव बर्दास्त कर सके।
दुनिया की सबसे ऊँची मूर्ति को बनाने में विश्व के सबसे शानदार designers और engineers ने कोई कसर नहीं छोड़ी है इस मूर्ति को उच्च गुणवत्ता मजबूती और लम्बे समय तक चलने लायक बनाने के लिए सभी सावधानियो का ध्यान रखा गया है। भारत आने वाले पर्यटकों के लिए यह परियोजना एक विषेश आकर्षण होगी।
statue की जानकारी, लागत और ऊंचाई statue of unity in hindi information cost height स्टैचू ऑफ यूनिटी हिंदी में।
No comments:
Post a Comment