पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी कब होगी, इस पर कई कारक निर्भर करते हैं जैसे अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमत, सरकार की कर नीति (excise duty और VAT), तथा मुद्रा विनिमय दर आदि।
वर्तमान में भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें पिछले लगभग 11 महीनों से स्थिर बनी हुई हैं और दिसंबर 2024 से कोई बदलाव नहीं हुआ है। इसका कारण सरकार की विनियमित मूल्य नीति और तेल कंपनियों के निर्णय हैं जो कीमतों को स्थिर बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं.
सरकारी स्तर पर कुछ समय पहले एक्साइज ड्यूटी घटाई गई थी जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिली थी लेकिन अब हाल ही में अप्रैल 2025 में एक्साइज ड्यूटी में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है, जिसे तेल कंपनियों ने उपभोक्ताओं पर नहीं डाला है और खुद वह वहन कर रही हैं।
अगर वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतें स्थिर या कम होती हैं तो अगले 3-4 महीने के अंदर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी आ सकती है। कुछ विश्लेषकों और एजेंसियों की भविष्यवाणी है कि 2026 तक कच्चे तेल की कीमतें गिरावट की ओर जा सकती हैं, जिससे भारत में ईंधन की कीमतों पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा.
पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों को प्रभावित करने वाले मुख्य कारण
- अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतें: भारत 85% से अधिक कच्चा तेल आयात करता है, इसलिए वैश्विक बाजार की कीमतें सीधे कीमतों पर प्रभाव डालती हैं।
- सरकार की कर नीतियाँ: एक्साइज ड्यूटी और VAT में बदलाव सीधे रिटेल कीमतों को प्रभावित करता है।
- मुद्रा विनिमय दर: डॉलर के सापेक्ष भारतीय रुपये की कीमत में उतार-चढ़ाव से भी ईंधन की कीमतें प्रभावित होती हैं।
- तेल कंपनियों की व्यापार नीति: Цена निर्धारण में ओएमसी (Oil Marketing Companies) का निर्णय भी मायने रखता है।
वर्तमान स्थिति और भविष्य की संभावना
- प्रमुख शहरों में पेट्रोल की कीमत लगभग ₹95-₹107 प्रति लीटर और डीजल ₹88-₹96 प्रति लीटर के बीच स्थिर है।
- पिछले एक साल से कीमतें स्थिर हैं, जबकि LPG की कीमतों में मामूली वृद्धि हुई है।
- आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए सरकार कीमतों में अधिक बदलाव से बच रही है ताकि जनता पर वित्तीय दबाव न पड़े।
- वित्तीय विशेषज्ञों का अनुमान है कि यदि कच्चे तेल की कीमतें गिरती हैं, तो संभवतः अगले साल से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी आ सकती है, लेकिन यह पूरी तरह से सरकार और तेल कंपनियों के निर्णय पर निर्भर होगा।
उपभोक्ताओं के लिए सुझाव
- पेट्रोल-डीजल की कीमतों में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू नीतियों के कारण उतार-चढ़ाव होते रहते हैं, इसलिए कीमत कम होने की तत्काल गारंटी नहीं दी जा सकती।
- यदि वैश्विक कच्चे तेल की कीमत में गिरावट आए और सरकार करों में भी राहत दे तो कीमतों में कमी संभव है।
- नई कीमतों की जानकारी के लिए रोजाना अपडेट चेक करते रहना बेहतर रहेगा।
इस विषय पर अभी के हालात यह दर्शाते हैं कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें जल्द ही कम हो सकती हैं, परन्तु यह पूरी तरह से बाजार की परिस्थितियों और सरकारी नीतियों पर निर्भर करेगा।
फिलहाल कीमतें स्थिर बनी हुई हैं और कमी की कोई त्वरित घोषणा नहीं हुई है.
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