कल का मौसम
दिल्ली-यूपी समेत कई राज्यों में शीतलहर का कहर, IMD ने जारी किया नया अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों के लिए भीषण शीतलहर (Severe Cold Wave) का अलर्ट जारी किया है। उत्तर भारत में तेजी से गिरते तापमान और घने कोहरे ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित करना शुरू कर दिया है।
IMD के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में मैदानी इलाकों में बारिश और पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी के कारण ठंड और ज्यादा बढ़ने की संभावना है। लोगों को सतर्क रहने और जरूरी एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।
उत्तर भारत में तापमान में तेज गिरावट
IMD के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, उत्तर भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया है। दिल्ली में तापमान 4 डिग्री सेल्सियस, जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कुछ इलाकों में 3 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि हिमालयी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी के बाद ठंडी पछुआ हवाएं मैदानी इलाकों की ओर बढ़ रही हैं, जिससे ठंड का असर और तेज हो गया है।
IMD का पूर्वानुमान: बारिश और बर्फबारी से बढ़ेगी ठिठुरन
IMD ने बताया है कि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में अगले 48 से 72 घंटों तक हल्की से मध्यम बर्फबारी जारी रह सकती है। वहीं, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी यूपी में हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना है।
बारिश और बर्फबारी के कारण वातावरण में नमी बढ़ेगी, जिससे दिन और रात दोनों समय तापमान में और गिरावट देखने को मिल सकती है। इससे शीतलहर की स्थिति और गंभीर हो सकती है।
घना कोहरा बना बड़ी परेशानी
ठंड के साथ-साथ घना कोहरा भी उत्तर भारत में बड़ी समस्या बन गया है। दिल्ली-एनसीआर, लखनऊ, अमृतसर और पटना जैसे शहरों में सुबह के समय दृश्यता 20 से 50 मीटर तक सिमट गई है।
कोहरे की वजह से सड़क, रेल और हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। कई ट्रेनों के देर से चलने और उड़ानों में देरी की खबरें सामने आई हैं। यात्रियों को सफर से पहले अपडेट चेक करने की सलाह दी गई है।
शीतलहर क्या होती है: IMD की परिभाषा
IMD के अनुसार, जब किसी क्षेत्र में न्यूनतम तापमान 4°C से नीचे चला जाए या सामान्य से 4.5°C या उससे अधिक कम हो जाए, तो उसे शीतलहर कहा जाता है।
यदि तापमान 2°C से नीचे पहुंच जाए, तो इसे भीषण शीतलहर (Severe Cold Wave) की श्रेणी में रखा जाता है। वर्तमान में दिल्ली, यूपी, हरियाणा और राजस्थान के कई हिस्से इसी श्रेणी में हैं।
स्वास्थ्य और दैनिक जीवन पर असर
लगातार पड़ रही ठंड का असर दैनिक जीवन पर साफ दिखाई देने लगा है। कई राज्यों में स्कूलों के सुबह के समय में बदलाव किए गए हैं और कुछ जगहों पर विंटर वेकेशन बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।
डॉक्टरों का कहना है कि अत्यधिक ठंड से सांस की बीमारियां, सर्दी-खांसी, फ्लू और हाइपोथर्मिया का खतरा बढ़ सकता है, खासकर बुजुर्गों और छोटे बच्चों में।
सरकार और प्रशासन की तैयारियां
शीतलहर को देखते हुए राज्य सरकारें और नगर निगम सतर्क हो गए हैं। दिल्ली में नाइट शेल्टर की संख्या बढ़ाई गई है और बेघर लोगों के लिए गर्म भोजन व कंबलों की व्यवस्था की जा रही है।
उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भी बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और सार्वजनिक स्थानों पर अलाव और अस्थायी आश्रय की व्यवस्था की जा रही है।
आने वाले दिनों का मौसम हाल
IMD के अनुसार, उत्तर भारत में दिसंबर के अंत तक ठंड से राहत मिलने की संभावना कम है। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने के बाद आसमान साफ हो सकता है, लेकिन इससे रात का तापमान और गिर सकता है।
कोहरे की स्थिति भी अगले कुछ दिनों तक बनी रह सकती है, खासकर सुबह और देर रात के समय।
शीतलहर में खुद को सुरक्षित कैसे रखें
- गर्म कपड़ों की एक से अधिक परतें पहनें
- सुबह-शाम बाहर निकलने से बचें
- गर्म पेय पदार्थ जैसे चाय, सूप का सेवन करें
- बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों का विशेष ध्यान रखें
- हीटर और इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट का सुरक्षित उपयोग करें
निष्कर्ष
उत्तर भारत में इस समय सर्दी अपने चरम पर है। IMD का ताजा शीतलहर अलर्ट लोगों के लिए चेतावनी है कि वे सतर्क रहें और जरूरी सावधानियां अपनाएं। ठंड, कोहरा और बारिश-बर्फबारी के इस दौर में खुद को सुरक्षित रखना और जरूरतमंदों की मदद करना बेहद जरूरी है।


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